Fastag क्या है? | Fastag कैसे काम करता है?

क्या आप fastag के बारें जानते है? फास्टैग क्या है? फास्टैग कैसे बनवाया जाता है? फास्टैग को कैसे खरीदते है? फास्टैग एक तरह का कार्ड होता हिय। जिस तरह हमे बैंक से एटीएम कार्ड पैसे की लेन-दन के लिए मिलता है ठीक उसी प्रकार फास्टैग का भी यूज होता है।

अच्छा अपने toll plaza का नाम तो जरूर सुने होंगे। जब आप एक राज्य से दुआरे राज्य या किसी भी एक बॉर्डर से दूसरे बॉर्डर मे अपनी कार, या कोई भी बड़ी गाड़ी को लेकर जाते है तो आपको वह टैक्स देना पड़ता है।

और ये टैक्स टोल प्लाज़ा पर ही लिया जाता है। आपको हर बॉर्डर पर एक टोल प्लाज़ा मिल जाएगा। पहले टोल प्लाज़ा पर टैक्स भरने के लिए लंबी-लंबी लाइन लगी रहती थी। लोग टैक्स भरने के लिए कई घंटों लाइन में खड़े रहते थे।

इसी का समाधान निकालने के लिए भारत सरकार ने फास्टैग को जारी किया। फास्टैग से आप किसी भी टोल प्लाज़ा पर बिना रुके टैक्स भर सकते है। Fastag पैसे के साथ-साथ हमारा समय भी बहुत बचाता है।

Fastag क्या है? | Fastag कैसे काम करता है?

Fastag क्या है? | Fastag कैसे काम करता है?

Fastag को 1 दिसंबर 2019 से लागू कर दिया गया था। इसके आने के बाद लोगों को टोल प्लाज़ा पर लंबी लाइन और घंटों लाइन में इंतज़ार नहीं करना होता है।

तो आज के इस आर्टिकल में मै आपको फास्टैग के बारें में पूरी जानकारी दूंगा जैसे कि fastag kya hai? Fasttag kaise kharide? Fastag kaise kaam karta hai?

Fastag क्या है? | What is fastag in hindi

Fastag एक इलेक्ट्रिकल टोल सिस्टम है। जब हम किसी नैशनल मार्ग से गुजरते है तो हमे सरकार को टोल प्लाज़ा पर टैक्स देना होता है। मतलब की अगर आप आपको रोड पर गाड़ी चलाने के लिए सरकार को टैक्स देना होता है।

 Fastag क्या है?
Fastag क्या है?

इसी टैक्स की मदद से सरकार रोड को मैन्टैन करती है और नये-नये रोड बनाती है। जिससे चालक को कोई दिक्कत न हो। उसी टैक्स को हमे टोल प्लाज़ा पर देना होता है। आपको हर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय टोल प्लाज़ा पर टैक्स भरना होता है।

पहले टोल प्लाज़ा पर टैक्स भरने के लिए लोग फिज़िकल करन्सी (कैश) देखकर टैक्स भरते थे। सभी लोगों का एक-एक करके टैक्स लेना पड़ता था इसलिए उसमे बहुत समय लगता था।

लोगों को टोल प्लाज़ा पर टैक्स भरने के लिए घंटों लाइन में खड़ा होना होता था। इसी प्रॉब्लम के सोल्यूशंस के लिए सरकार ने Fastag टेक्नॉलजी को टोल सिस्टम में जोड़ा है।

Fastag की मदद से हम टोल प्लाज़ा पर बिना रुके टैक्स भर सकते है। 

Fastag एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होता है जो आपके चार पहिये गाड़ी के सामने विंडो पर लगा होता है। उसमे एक चिप होती है। यह चिप रेडियो फ्रीक्वन्सी पर काम करती है।

जब आप अपनी कार या किसी भी बड़ी गाड़ी को टोल प्लाज़ा से क्रॉस करते है तो टोल प्लाज़ा पर लगे रेडियो फ्रीक्वन्सी रिसीवर की मदद से टोल टैक्स औटोमेटिकली आपके fastag अकाउंट से कट जाता है। जिससे आपको टोल प्लाज़ा पर रुकना नहीं पड़ता है। 

Fastag कैसे काम करता है? | How Does Fastag work in hindi

फास्टैग एक एलेक्ट्रिकल टोल सिस्टम है। यह एक तरह की डिवाइस होती है। जो हमारे गाड़ी के सामने वाले विंडो पर लगाया जाता है। इसमे एक चिप होती है। फास्टैग रेडियो फ्रीक्वन्सी इडेंटिफिकेशन {RFI} पर काम करता है।

जब आपकी गाड़ी किसी भी टोल प्लाज़ा से गुजरती है तो टोल प्लाज़ा पर लगे सेन्सर आपके गाड़ी पर लगे फास्टैग चिप के जरिए फ्रीक्वन्सी को कैच कर लेती है। और अनलाइन ऑटोमेटिकली टोल टैक्स आपके अकाउंट से काट लिया जाता है।

फास्टैग बनवाने के लिए आपको आवेदन करना पड़ता है। और यह एक प्रीपैड प्लान होता है। मतलब कि आपको इसमे पहले पैसे भरवाने होते है तभी टोल टैक्स pay होता है।

Fastag कार्ड की वैलिडीटी 5 साल की होती है। आपको हर पाँच साल बाद नया फास्टैग कार्ड बनवाना पड़ता है।

फास्टैग के फायदे | Benefits Of Fastag In hindi

जब से फास्टैग टोल सिस्टम में आया है तब से लोगों को टैक्स भरने में बहुत ही असानी हो गई है। फास्टैग के बहुत ही सारे फायदे हुए है। इसका ज्यादातर फायदा लोगों को हुआ है।

  • पहले टोल प्लाज़ा पर टैक्स भरने के लिए लोगों को लंबी लाइन लगानी पड़ती थी। और घंटों इंतज़ार करन पड़ता था। लेकिन फास्टैग सिस्टम आने की वजह से लोगों को इससे राहत मिली है।
  • पहले लोग टैक्स कैश के जरिए भरते थे। जिससे की कर्मचारियों को पैसे गिनने में बहुत ही टाइम लगता था। और समय भी लगता था। सभी लोगों से एक-एक करके टैक्स लेना पड़ता था। लेकिन फास्टैग  की मदद से लोगों को बिना रुके अनलाइन टैक्स भर सकते है। जिससे की समय भी बचता है।
  • टैक्स भरने के बाद आपके रेजिस्टर्ड नंबर पर तुरंत टैक्स का मैसेज आ जाता है। जिसमे कितना टैक्स कटा है और आपके फास्टैग अकाउंट की बची धन राशि भी लिखी होती है।
  • पेट्रोल और डीजल की बचत होती है। पहले गाड़ियों को घंटों लाइन में खड़ा करना होता था। गाड़ी चालू होने की वजह से पेट्रोल और डीजल की खपत ज्यादा होती थी। लेकिन अब यह बहुत ही कम मात्रा मे होती है।
  • फास्टैग का इस्टेमाल करने से आपको 2.5%-3% तक कैश बैक भी मिलता है जो कि बहुत ही बढ़िया है।

फास्टैग को कैसे बनायें? | How to apply for Fastag?

फास्टैग को कैसे बनायें?
फास्टैग को कैसे बनायें?

फास्टैग को आप अनलाइन बनवा सकते है। अगर आप डिजिटल पेमेंट ( गूगल पे, फोन पे, Paytm, इत्यादि ) का इस्तेमाल करते है तो आप घर बैठे-बैठे भी बना सकते है।

या तो आप किसी भी पॉइंट ऑफ सेल पर विजिट करके अपना फास्टैग बनवा सकते है।

या तो आप अपने नजदीकी बैंक या किसी सेवा केंद्र पर जाकर फास्टैग बना सकते है।

Step 1. आप जिस भी बैंक से फास्टैग अकाउंट बनवाना चाहते है उस बैंक के ऑफिसियल वेबसाईट पर जाइए।

Step 2. वहाँ आपको fastag के लिए अप्लाइ करने का ऑप्शन मिल जाएगा। Apply fastag ऑप्शन पर क्लिक कर दीजिए। 

Step 3. वहाँ आपको रेजिस्ट्रैशन डीटेल जैसे की मोबाईल नंबर, नाम भर दीजिए। और आपके से जो भी बयोडेटा और प्रूफ मांगा जाए उसे दे दीजिए। 

Step 4. इसके बाद आप जिस भी गाड़ी के लिए फास्टैग बनवाना चाहते है उसके रेजिस्ट्रैशन कार्ड के फोटो को अपलोड कर दीजिए। 

Step 5. अब आपको 600-1000 रुपये के बीच डिपॉजिट करना होगा। जिसमे से कुछ राशि चार्ज के रूप में काट ली जाती है। और कुछ राशि आपके फास्टैग अकाउंट मे भेज दी जाती है।

कुछ दिन बाद आपका फास्टैग कार्ड बन कर आपको कूरियर के जरिए आपके दिए गए अड्रेस पर आ जाएगा।

फास्टैग को कैसे ऐक्टवैट करें? और फास्टैग को कार पर कैसे लगाएँ?

जब आपको Fastag मिलता है तो वह उस समय inactive होता है। आप जिस भी बैंक से फास्टैग को बनवाए है तो करते समय आपको लॉगिन आइडी मिलती है।

आप गूगल प्ले स्टोर से My FASTag ऐप को डाउनलोड कर लीजिये। उसके बाद आप अपने लॉगिन आइडी की मदद से ऐप में लॉगिन कर लीजिये। इसके बाद फास्टैग को यहाँ से ऐक्टवैट कर लीजिये।

फास्टैग ऐक्टवैट होने के बाद अब बात करे कि फास्टैग को कार पर कैसे लगाए? तो मै आपको बता दूँ कि आप अपने कार के सामने वाले विंडो पर फास्टैग को लगा सकते है।

लगाते समय इस बात का जरूर ध्यान दीजिए आपका फास्टैग सामने से पूरा साफ दिखें। जिससे टोल प्लाज़ा पर लगे RFID असानी से रीड कर सके।

फ़ास्टैग को रिचार्ज कैसे करें? | How to Recharge Fastag?

अगर आपका फ़ास्टैग आपके बैंक अकाउंट से लिंक है तो आपको फ़ास्टैग रिचार्ज करवाने की जरूरत नहीं होती है। आपके बैंक से ऑटोमेटिक रिचार्ज हो सकता है।

अगर आपका अकाउंट लिंक नहीं है तो आपको फ़ास्टैग की एक upi आइडी मिलती है। उस आइडी को आप  my fastag app में लॉगिन करके अपने upi को वैलिडेट करना होता है।

उसके बाद आप उस ऐप की मदद से अपने फ़ास्टैग अकाउंट में पैसे भेज सकते है। आप अपने फ़ास्टैग अकाउंट में 100 रुपये से लेकर 1 लाख रुपये तक का रिचार्ज कर सकते है। 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

हम एक फास्टैग को कितनी गाड़ियों पर यूज कर सकते है।

आप फास्टैग को केवल एक ही गाड़ी पर यूज कर सकते है। हर गाड़ी के लिए आपको अलग-अलग फास्टैग बनवाना पड़ता है। क्योंकि फास्टैग बनवाते समय हमसे हमारे गाड़ी के रेजिस्ट्रैशन कार्ड का फोटो लिया जाता है। आप भी गाड़ी का रेजिस्ट्रैशन कार्ड देंगे उसी गाड़ी में आप उस फास्टैग को यूज कर सकते है।

फास्टैग बनवाते समय कितना चार्ज लगता है?

हर गाड़ी का अलग-अलग चार्ज होता है। कार का कम चार्ज लगेगा तो वहीं ट्रक का ज्यादा चार्ज लगेगा। आपके पास जितनी बड़ी गाड़ी होगी उसी के हिसाब से चार्ज लगेगा।

फास्टैग की वलिडिटी कितने समय तक होती है?

फास्टैग की वलिडिटी पाँच साल तक होती है। हर पाँच साल में आपको नया फास्टैग बनवाना पड़ता है।

फ़ास्टैग हेल्पलाइन नंबर

अगर आपको फ़ास्टैग पर पेमेंट या किसी भी प्रकार की इशू है तो आप फ़ास्टैग के ऑफिसियल वेबसाईट पर जाकर कान्टैक्ट के जरिए कस्टमर इग्ज़ेक्यूटिव से बात कर सकते है।

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