Table of Contents
What Is VPN In Hindi – VPN Kya Hai?
VPN मतलब Virtual Private Network, लेकिन VPN क्या है? VPN कैसे काम करता है? VPN के फायदे क्या हैं? और VPN कैसे इस्तेमाल किया जाता है? यह सवाल आपके भी मन में आता ही होगा और आज हम जानेंगे आसान भाषा में की VPN किया है?।
What Is VPN In Hindi VPN Kya Hai?
VPN एक Virtual Private Network है। थोड़ा सा और आसान भाषा में कहूं तो VPN एक ऐसा नेटवर्क है जिसे इस्तेमाल करने के लिए आपको न कोई वाइर्ड नेटवर्क की जरूरत है, ना ही किसी सिम कार्ड की जरूरत है, VPN को आप एप्लीकेशन और सॉफ्टवेयर की मदद से इस्तेमाल कर सकते हैं।
Android और iOS स्मार्टफोन में आप एप्लीकेशन की मदद से VPN इस्तेमाल कर सकते हैं, Android के लिए प्ले स्टोर में और iOS के लिए एप स्टोर में VPN नाम से ऐसे बहुत ऐप मिल जाते हैं। अपने कंप्यूटर सिस्टम में VPN इस्तेमाल करने के लिए आपको सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल करने की जरूरत होती है और Chrom Firfox broser के लिए एक्सटेंशन भी मिल जाते हैं। और VPN सॉफ्टवेयर/एक्सटेंशन प्रोवाइड करने वाली ऐसी बहुत सारी VPN वेबसाइट इंटरनेट पर मौजूद हैं।
VPN से क्या होता है?
अगर आपके मन में सवाल है कि लोग VPN से क्या होता है? तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं VPN हर कोई अपने अलग-अलग काम के लिए इस्तेमाल करता है। कई लोग VPN को इसलिए इस्तेमाल करते हैं कि उनका डाटा सिक्के और रहे, और कई लोग VPN का इसलिए इस्तेमाल करते हैं ताकि उनकी प्राइवेसी बनी रहे, और कई लोग VPN को इसलिए भी इस्तेमाल करते हैं ताकि कोई हैकर उनके नेटवर्क को हैक ना कर पाए।
VPN यानी के वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क, यह आपकी प्राइवेसी मजबूत बनाए रखता है और आपके नेटवर्क को भी और सिक्योर करता है, और कुछ हद तक आपके नेटवर्क को हैकिंग से बचाता है।
चलिए आपको थोड़ा सा और डिटेल में समझाता हूं। अगर आप किसी होटल या रेस्टोरेंट में या रेलवे स्टेशन पर फ्री वाईफाई इंटरनेट इस्तेमाल कर कर के आप कोई इंपॉर्टेंट एक्टिविटी कर रहे हैं इंटरनेट पर जैसे मनी ट्रांजैक्शन हो, या आप कोई इंपोर्टेंट डाटा ट्रांसफर कर रहे हों, और जो इस तरह के फ्री वाईफाई नेटवर्क सिक्योर नहीं होते हैं। ऐसी सिचुएशन में आप एक अच्छे VPN का इस्तेमाल कर सकते हैं।
क्यूँ की जब आप VPN इस्तेमाल करते हैं तब आपका नेटवर्क और आप की लोकेशन बदल जाती है, और आप जिस नेटवर्क से कनेक्ट हैं वो पहले के मुकाबले बहुत ही ज्यादा सिक्युर हो जाता है। यानि के जब आप VPN से कनेक्ट होते हैं तो आप जिस प्रोवाइडर का फ्री वाईफाई इस्तेमाल कर रहे हैं वह आपको ट्रैक नहीं कर सकता है और ना ही वह आपकी एक्टिविटी देख सकता है,
ऐसी बहुत सी बड़ी-बड़ी कंपनियां और न्यूज़ एजेंसी हैं अक्सर VPN का इस्तेमाल कर करती हैं ताकि जो इंर्पोटेंट डॉक्युमेंट्स और प्राइवेट फाइल सर्वर के जरिए भेजेते हैं अपने कर्मचारियों को वो सिक्युर रहें अगर कोई हैकर सर्वर को हैक करने का कोशिश करता है तो हैक नहीं कर पाएगा ।
तो ये आपको पता चल गया की VPN से क्या होता है?, और कई बड़ी बड़ी कॉम्पनियाँ और कई न्यूज़ एजेंसी भी इस काम के लिए VPN इस्तेमाल करती है, लेकिन इन कामों के लिए अच्छा और महँगा VPN इस्तेमाल किया जाता है, फ्री वाला नहीं, क्योंकि फ्री वाला VPN आपके नेटवर्क को और आपकी डाटा को ज्यादा सिक्युर नहीं रखता है।
आज के वक्त में हर व्यक्ति VPN इस्तेमाल करता है और करना चाहता है और इसका कारण यह है कि वो उन ब्लॉक वेबसाइट्स को एक्सेस कर सके जो उनकी कंट्री में बैन है या ब्लॉक हैं ।
दूसरा कारण VPN इस्तेमाल करने का यह है के यूजर्स की प्राइवेसी बनी रहती है। ऐसे बहुत से लोग हैं जो VPN सिर्फ इस लिए इस्तेमाल करते हैं ताकि इंटरनेट पर जो भी एक्टिविटी करें और वह एक्टिविटी उनके नेटवर्क प्रोवाइडर को ना पता चले कि कौन सी वेबसाइट को विज़िट कीया और कौन से कांटेक्ट को देखा, और कितना वक्त कौन सी वेबसाइट या कौन से सर्वर पर बिताया है,
VPN इस्तेमाल करने से ये सारी एक्टिविटी नेटवर्क प्रोवाइडर को पता नहीं चलती है क्यूँ की आप पूरी तरह से इंटरनेट से गायब हो जाते हैं उस सर्विस नेटवर्क प्रोवाइडर की नजरों में जिसका आप इंटरनेट कनेक्शन इस्तेमाल कर रहे हैं।
VPN कैसे काम करता है?
अब हम यह समझ लेते हैं कि VPN कैसे काम करता है, VPN कैसे आपकी प्राइवेसी और सिक्योरिटी को मजबूत बनाता है।
लेकिन इससे पहले आप यह जान लीजिए कि आप इंटरनेट पर जो भी एक्टिविटी करते हैं वह एक्टिविटी आपका नेटवर्क प्रोवाइडर और सरकार देख सकती है आपके Public Ip Address से, और हैकर भी आप को ट्रैक कर सकते हैं। और आप जिस वेबसाईट पर जाते हैं या जिस कांटेक्ट को देखते हैं वह भी आपको ट्रैक कर लेते हैं आपके Public Ip Address से, यानी कि सारा खेल आपके Public Ip Address से ही जुड़ा है, जो आपका नेटवर्क प्रोवाइडर आपको प्रोवाइड करता है।
लेकिन जब आप किसी VPN से कनेक्ट हो जाते हैं, तो जो आपका ओरिजिनल Public Ip Address है वह Ip Address उस VPN के सर्वर से कनेक्ट हो जाता है, और वह VPN आपको एक अलग से Public Ip Address प्रोवाइड करता है, यानी कि आपका जो ओरिजिनल Public Ip Address है उसको कवर कर देता है एक नकली Ip Address और वह Ip Address किसी भी देश का हो सकता है और किसी भी अलग नेटवर्क /सर्वर का हो सकता है जिसे ट्रैक कर पाना बहुत ही मुश्किल हो जाता है सभी के लिए।
एक बार थोड़ा और आपको आसान भाषा में समझाता हूं। देखिए, जब भी आप किसी भी VPN से कनेक्ट होते हैं तो उस VPN में आपको अलग अलग सरवर मिलते हैं अलग अलग देशों के, आप अपनी पसंद के किसी भी कंट्री के सर्वर को चुन सकते हैं और जिस कंट्री के सर्वर को आप चुनते हैं तो उसी कंट्री के सरवर का आपको Ip Address मिल जाता है।
लेकिन जो आपका ओरिजिनल Ip Address होता है वह उस VPN के पास ही रहता है जिस कंट्री का आपने VPN चुना है। अब आपको जो वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क मिल जाता है या नहीं के एक दूसरा Ip Address वो तो किसी और देश का है तो उस Ip Address की मदद से किसी दूसरे देश के नेटवर्क से जुड़ कर पूरे इंटरनेट पर घूम फिर सकते हैं जैसे की दूसरे की गाड़ी में सवारी करना।
अब आपको कोई भी ट्रैक नहीं कर सकता है क्यूँ की आप किसी दूसरे की गाड़ी में सवारी कर रहे हैं अगर कोई आपको ट्रैक करेगा तो वो आपकी गाड़ी के पलट नंबर से करेगा और आपकी गाड़ी तो एक जगह खड़ी है लेकिन आप दूसरी गाड़ी में घूम रहे रहे हैं । यहाँ पर गाड़ी Ip Address है ।
अगर आप 4 घंटे के लिए इंटरनेट पर अलग-अलग तरह के कांटेक्ट देखते हैं अलग-अलग तरह के वेबसाइट देखते हैं तो आपका नेटवर्क प्रोवाइडर आपकी यह एक्टिविटी नहीं देख सकता है, क्योंकि आप उस नेटवर्क प्रोवाइडर की नजर में 4 घंटे से एक ही जगह पर ही हैं। जिसका आपने VPN लगाया है ।
तो इस तरह से आप VPN का इस्तेमाल करके अपने नेटवर्क और डाटा को सिक्युर रख सकते हैं और अपनी प्राइवेसी को भी मजबूत बना सकते हैं। लेकिन इसके नुकसान क्या-क्या हो सकते हैं? यह भी जान लीजिए।
क्या Free VPN सुरक्षित हैं ?
अगर आप Free VPN इस्तेमाल करते हैं तो वह आपको ज्यादा अच्छी सुविधाएं नहीं प्रोवाइड करेंगे, बल्कि कई Free VPN फ्रॉड होते हैं और उन Free VPN को इस्तेमाल करने का मतलब यह है, आप कि डाटा सुरक्षित नहीं है और कई Free VPN सिर्फ इसलिए स्मार्टफोन के लिए बनाए जाते हैं की सिर्फ यूजर ब्लॉक वेबसाइट को अनब्लॉक कर सके।
लेकिन वह Free VPN ज्यादातर आपसे कई तरह की परमिशन लेते हैं और कई सारी आपकी प्राइवेट डाटा को कलेक्ट करते हैं जैसे कि आपके इंटरनेट की एक्टिविटी डिवाइस ऐक्टिविटी इसके अलावा आप उन Free VPN को इस्तेमाल करके इंटरनेट पर जो भी एक्टिविटी करेंगे तो उसका पूरा लॉग बनाकर वह Free VPNs अपने सर्वर पर रखते हैं और उन डाटा को बेचकर ही पैसा कमाते हैं, क्योंकि वह Free VPNs हैं। लेकिन सभी Free VPNs ऐसे नहीं होते हैं, कुछ Free VPNs अच्छे भी होते हैं लेकिन वो भी जादा सुविधा और अच्छी सिक्युरिटी नहीं देते हैं इसलए हमेशा पैड VPN ही इस्तेमाल करें ।
अगर आप Paid VPN इस्तेमाल करते हैं तो आपको वह अच्छी सुविधाएं देते हैं और सिक्योरिटी देते हैं और प्राइवेसी भी अच्छी देते हैं। इसलिए हमेशा Paid VPN ही इस्तेमाल करें। Free VPN नहीं।
मुझे उम्मीद है आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी और आपको बहुत सारी जानकारी भी मिली होगी। धन्यवाद