पिछले साल WhatsApp में हैकर और वायरस अटैक कि खबरे काफी आयी थी जिसमे सब से बड़ा अटैक Pegasus Spyware था जिसमे भारत के बड़े बड़े सरकारी कर्मचारी वकील डॉक्टर्स पत्रकार भी शामिल थे। उसके बाद WhatsApp जैसी एप काफी आने लगी जो खुद को सेफ सिक्योर कहने लगी।
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पिछले साल WhatsApp पर हुए थे बड़े अटैक।
इसके आलावा Telegram जैसी एप पॉपुलर होने लगी हालांकि इन सब ही इंस्टेंट मैसजिंग एप के आलावा भी भारत सरकार खुद की एक इंस्टेंट मैसजिंग एप लाने की तैयारी कर रही है। खबर आ रही है की सरकार WhatsApp जैसी मैसजिंग एप की टेस्टिंग कर रही है जिसका नाम है GIMs यानी के गवर्नमेंट इंस्टैंट मैसेजिंग सिस्टम।
किसने बनाया GIMs मैसजिंग एप।
इस एप का बीटा वर्ज़न।
Financial Express की रिपोर्ट के मुताबिक GIMs एप का इस्तेमाल सरकारी कर्मचारी और सरकारी संस्थाएं आधिकारिक कम्युनिकेशन (Official Communication) के लिए करेंगी।
आपको बता दें लगभग 17 सरकारी संस्थाएं जिनमे से विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय, सीबीआई, नेवी,और रेलवे इसकी बीटा टेस्टिंग कर रहें है और 6 हज़ार से ज़ादा लोग इस एप को इस्तेमाल कर रहें हैं।
इस एप की टेस्टिंग कहा चल रही है।
इसकी टेस्टिंग फिलहाल ओडिसा में हो रही है और ट्रायल के तौर पर GIMs का इस्तेमाल सब से पहले भारतीय नौसेना करेगी। सरकार इस एप की टेस्टिंग देश की सुरक्षा के लिहाज से कर रही है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें अब तक इस एप में 20 से ज़ादा मैसेज जनरेट हो चुके हैं। अगर यह एप तैयार हो कर सरकारी दफ्तरों में और सरकारी कर्मचारियों के उपयोग लिए लागू हो जाती है तो ऐसे में WhatsApp का उपयोग सरकारी दफ्तरों में और सीक्रेट कम्युनिकेशन के लिए बंद हो सकता है।
इस एप को लॉन्च करने की वजह।
दरअसल Facebook और WhatsApp जैसी विदेशी एप के साथ सिक्योरिटी विवाद बढ़ते जा रहे हैं इसको देखते हुए भारत सरकार ने GIMs एप को लांच करने का फैसला लिया है। इस एप में भी एन्ड तो एन्ड एन्क्रिप्शन होगा लेकिन यह पर आपको ग्रुप जैसा फीचर नहीं मिलेगा क्यूंकि ये सिर्फ निजी चैटिंग लिए लॉन्च किया जायगा। ग्रुप चैटिंग के लिए नहीं।
आपको बता दें इस एप पर काम काफी समय से चल रहा था और पिछले साल ही सितम्बर में iOS वर्ज़न ज़ारी किया था जो की iOS 11 से ऊपर वाले फ़ोन में सपोर्ट करेगा। और एंड्रॉइड वर्ज़न के लिए अभी काम चल रहा है।
WhatsApp पर रोक कहा लगेगी।
अगर ये एप भारत में पूरी तरह से लॉन्च हो जाती है। तो सरकारी दफ्तरों में और सरकारी कर्मचारियों पर इसके आलावा सीक्रेट कम्युनिकेशन के लिए WhatsApp पर रोक लगा दी जा सकती है। इसके आलावा आम आदमी भी शयद WhatsApp से GIMs एप पर शिफ्ट हो सकता है वैसे आपको क्या लगता हैये हमें कमेंट कर के बताएं।